
जलालाबाद/शामली
जलालाबाद सरकारी गौशाला संबंधित कर्मचारियों के ध्यान न देने की लापरवाही का शिकार । हरा चारा, भूसा की जगह गोवंश को खाने के लिए सूखी पराली दी जा रही। सही चारा न मिलने से गोवंश दम तोड़ रहा। गौशाला में रात्रि में कर्मचारियों का प्रबंध नहीं।
जनपद शामली के जलालाबाद कस्बे के देवता मंदिर निकट पशुचरान भूमि पर सरकारी गौशाला स्थित है। गौशाला में 100 से अधिक गोवंश है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने प्रदेश में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों मे गोवंश की चिकित्सा ,चारा, सही देखरेख ,समुचित प्रबंध के लिए कड़े निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस सब के बाद अनदेखी की जा रही। कस्बे का गो आश्रय स्थल ग्राम सभा के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद पूर्ण उपेक्षा का शिकार है। गोवंश को हरा चारा, भूसा की जगह गर्मी में सूखी पराली चारे में दी जा रही। सुखी पराली से गोवंश पानी पीने के बाद अफारा बीमारी का शिकार हो दम तोड़ रहा । 1 सप्ताह में एक या दो गोवंश मौत का शिकार हो रहा । गोवंश की चिकित्सा के लिए प्रतिदिन चिकित्सा करने के लिए चिकित्सक नहीं आ रहा । गुल नवाज व आरिफ 2 कर्मचारी दिन में गोवंश की देखरेख के लिए लगाए गए। रात्रि में किसी कर्मचारी की ड्यूटी गौशाला में नहीं । रात्रि में गोवंश बिना चारे के रात गुजार रहा। गोवंश के मरने पर उसका अंतिम संस्कार के लिए , व्यवस्था नहीं। गोवंश के दम तोड़ने के बाद कई दिन तक मृतक गोवंश आश्रय स्थल पर पड़ा रहता । सभासद राजेश सैनी, जनेश्वर सैनी, सोनू कुमार, बबली कश्यप अशोक कोरी ने गोवंश को उपयुक्त चारा , सही व्यवस्था न होने पर कार्रवाई मांग की। ब्लॉक विकास अधिकारी डॉक्टर पंकज कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। वह अभी बाहर हैं। वहां से आने पर निरीक्षण कर कार्रवाई करेंगे।
More Stories
हलचल इंडिया न्यूज़ चैनल का वार्षिक सम्मलेन एवं सम्मान समारोह आयोजित
मृतक कुंती के लाभार्थी को मिला दो लाख रुपये का चेक
संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की हुई बैठक, बांग्लादेश के खिलाफ किए जाने वाले धरना प्रदर्शन पर हुई चर्चा