सन्नी गर्ग
शामली। पुलिस अधीक्षक शामली ने जिले के सभी थानों में स्थापित कराए साइबर सेवा केंद्र और कहा कि वर्तमान युग में इन्टरनेट का चलन बहुत तेजी से बढा है,जिससे आम-जनजीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आमजन इन्टरनेट के माध्यम से सरकारी एवं प्राइवेट सेवाओं का उपभोग कर रहे है।परन्तु यह भी देखने को मिला है कि जिस तेजी से इन्टरनेट का प्रयोग मानव जीवन में सुविधा के लिए बढा है,उतनी ही तेजी से इससे जुड़े साइबर अपराध में भी वृद्धि हुई है।साइबर अपराधी विभिन्न माध्यमों एवं तरीकों से आम-आदमी को अपना शिकार बनाकर उनके साथ अपराध कर रहे है।इन अपराधों में मुख्यतः बैंकिग,आर्थिक अपराध एवं महिलाओं व बच्चियों को ब्लैकमेल किये जाने के संबंधी अपराध अधिक देखने को मिल रहे है।ऐसे अपराधों से पीडित व्यक्तियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है।साइबर क्राइम को बढ़ता देख साइबर अपराध के पीड़ित व्यक्तियों को त्वरित रिलीफ देने एवं उनको न्याय दिलाने की दिशा में कार्य हेतु पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव द्वारा एक नई पहल की शुरुआत करते हुए जनपद के सभी थानों में साइबर सेवा केन्द्र स्थापित किये गये है।जो आज से प्रत्येक थाने में कार्य करना प्रारम्भ कर दिए हैं।साइबर सेवा केन्द्र पर शिकायतकर्ता अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।उनके द्वारा जो शिकायत दर्ज कराई जायेगी,उसकी एक प्रति भी उन्हे निःशुल्क दी जायेगी। ऐसी शिकायत पर स्थानीय थाना के साइबर सेवा केन्द्र पर मौजूद पुलिसकर्मी तत्काल कार्यवाही करते हुए शिकायत की प्रति जनपद के साइबर सेल को भेजेगी।शिकायत प्राप्त होते ही साइबर सेल उस पर आवश्यक अग्रिम कार्यवाही करेगी। इतना ही नही,शिकायतकर्ता को प्राप्त शिकायत प्रति में साइबर सेल का एक सम्पर्क नम्बर भी दिया गया है,जिस पर कॉल कर वह अपनी शिकायत पर हो रही कार्यवाही की प्रगति के बारे में जानकारी कर सकेगें।
पुलिस अधीक्षक शामली सुकीर्ति माधव ने कहा कि इस दिशा में प्रत्येक थाने के बाहर एक बोर्ड साइबर सेवा केन्द्र के नाम से लगाया गया है तथा शिकायतकर्ता को शिकायत दर्ज कराये जाने हेतु एक निर्धारित प्रोफार्मा साइबर सेवा केन्द्र पर उपलब्ध कराया गया है।इन केन्द्रो पर समस्त शिकायतों का ब्यौरा एक साइबर अपराध सम्बन्धी रजिस्टर में अलग से भी रखा जायेगा।प्राप्त प्रत्येक शिकायत की नियत समयावधि में नोडल क्षेत्राधिकारी साइबर सेल के माध्यम से पुलिस अधीक्षक शामली स्वयं समीक्षा किये जाने की व्यवस्था की गई है।
पुलिस अधीक्षक का मानना है इस प्रकार के अपराधों का होना आम लोगों में जागरुकता का अभाव होना है और जब वे लोग अपराध के शिकार हो जाते है तो उन्हे अपनी शिकायत लेकर इधर-उधर भटकना पड़ता है।ऐसी स्थिति में विशेष रुप आर्थिक अपराधों में उन्हे भारी नुकसान हो जाता है।इस स्थिति से पीड़ित को होने वाले नुकसान को रोके जाने के उद्देश्य से ही साइबर सेवा केन्द्रों को थानों में स्थापित किया गया है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि आने वाले दिनों में जनपद के पुलिसकर्मियों को वर्कशॉप के माध्यम से साइबर अपराध के मामलों की हैंडलिंग हेतु ट्रैनिंग दी जायेगी।जिससे कि साधारण किस्म के साइबर अपराधों को साइबर सेवा केन्द्र द्वारा तत्काल कार्यवाही कर निस्तारण कर सकें।अपराध के नित नये तरीके इजाद हो रहे है,जिसके लिए इन्टरनेट एक बहुत सरल,आसान एवं सस्ता तरीका है।इन अपराधों के त्वरित निस्तारण हेतु थानों पर शुरू कराये गये साइबर सेवा केन्द्र बहुत कारगर सिद्ध होगें।
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