
सन्नी गर्ग
कैराना। श्री रामलीला महोत्सव गौशाला भवन कैराना में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है बीती रात रामलीला महोत्सव के आठवें दिन का शुभारंभ मीडिया सेंटर कैराना के अध्यक्ष सुधीर चौधरी के द्वारा भगवान गणपति महाराज के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया कार्यक्रम में प्रथम दृश्य में दिखाया गया कि महाराजा दशरथ अपनी प्रजा और सेना के साथ अपने महल में बैठे रहते हैं तभी उन्हें मन में विचार आता है कि अब उनका बुढ़ापे का शरीर हो गया है इसलिए अब अयोध्या का अगला राजा श्री रामचंद्र जी को नियुक्त किया जाए जिस पर महाराजा दशरथ मंत्री सुमंत को आदेश देते हैं कि अयोध्या में इस बात की मुनादी कराई जाए कि अयोध्या के राजा रामचंद्र जी को राजतिलक होगा और पूरे अयोध्या में खुशियां मनाई जाएगी सभी अपने घरों में साफ-सफाई कर सुंदरता के साथ अयोध्या नगरी को सजाएं जिस पर अयोध्या में श्री रामचंद्र जी की राजतिलक की सूचना मिलते ही खुशियों की लहर दौड़ जाती है और मुनादी कराई जाती है वहीं जब यह खबर दासी मंथरा के पास पहुंचती है तो महारानी केकई के महल में जाती है और केकई को सारा वृत्तांत बताती है जिस पर केकई बेहद प्रसन्न होकर मंथरा को कहती है कि यदि राम को राजतिलक होगा तो उसमें बहुत ही खुशी की बात है और तब मंथरा उन्हें बताती है कि यदि राम को राजतिलक हो गया तो तुम्हारे पुत्र भरत को दास की तरह जीवन यापन करना पड़ेगा तब केकई मन्थरा से उपाय पूछती है कि ऐसा कोई उपाय बताओ जिससे राम को राजतिलक ना हो तो मंथरा उन्हें याद दिलाती है कि एक बार युद्ध के समय आपने महाराजा दशरथ की सहायता की थी तब उन्होंने आप को वचन दिया था कि आपके जीवन काल में यदि आप मुझ से दो वरदान मांगोगे वह वरदान मैं पूरा करूंगा आज वह समय आ गया है आप महाराजा दशरथ से अपने दोनों वरदान मांग लो जिसमें एक में राम को राजतिलक और दूसरे में राम को 14 वर्ष का वनवास जिस पर केकई अपने महल को कोप भवन में बदल देती है जब महाराजा दशरथ केकई के पास पहुंचते हैं तो वह सारा वृत्तांत बताती है और महाराजा दशरथ से अपने दोनों वरदान मांगती है जिस पर तड़प तड़प कर महाराजा दशरथ कई बार उस से प्रार्थना करते हैं परंतु वह उन्हें याद दिलाती है कि आप सूर्यवंशी है अपनी मर्यादा का ध्यान रखते हुए अपने दिए हुए वचन को निभाना आपका फर्ज है जब यह जानकारी भगवान राम को मिलती है तो वह बेहद ही प्रसन्नता पूर्वक माता केकई और महाराजा दशरथ का वचन सुनकर 14 वर्ष का वनवास स्वीकार कर लेते हैं इसी दौरान वह माता कौशल्या से आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं तो माता कौशल्या बेहद तंग व परेशान होती है तभी वहां पर लक्ष्मण जी और सीता जी भी पहुंच जाते हैं जिस पर दोनों भगवान राम के साथ वन जाने के लिए अपनी जिद पर अड़ जाते हैं भगवान राम उन्हें कई बार प्रयास करते हैं कि वनों में बेहद कठिनाई और परिश्रम होता है परंतु वह अपनी जिद पर अड़े रहते हैं जिस पर महाराजा दशरथ राम लक्ष्मण और सीता के साथ अपने मंत्री सुमंत और सेना को भी उनका ध्यान रखने के लिए जाने की आज्ञा देते हैं।वही रामलीला मंचन के दौरान कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रेमवीर सिंह राणा ने पुलिस और साइबर क्राइम की टीम को लेकर रामलीला मंच पर पहुंचे और उन्होंने दर्शकों और आयोजकों को साइबर क्राइम के अपराध से बचने के उपाय भी बताएं तथा आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए साथ ही कोतवाली प्रभारी ने प्रेमवीर सिंह राणा ने आ रहे दीपावली के त्यौहार को लेकर पटाखे से फैलने वाले प्रदूषण व खतरनाक बारूद से होने वाली बीमारियों एवं घटनाओं से बचने के लिए फटाके ने जलाने को कहा और का दीपावली प्रेम का त्यौहार है जिसे मिठाई से मनाया जाता है।रामलीला में अभिनय कर रहे दशरथ का अभिनय मिंटू सैनी राम का अभिनय सतीश प्रजापत लक्ष्मण का अभिनय राकेश प्रजापत सीता का अभिनय शिवम गोयल सुमंत का अभिनय ऋषि पाल शेरवाल केकई का अभिनय अनिल कुंगरवाल मंथरा का अभिनय सन्नी कौशल्या का अभिनय धीरू सुमंत का अभिनय आदित्य नामदेव और मुनादी का अभिनय अरविंद मित्तल व राकेश गर्ग ने किया कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से अतुल गर्ग,प्रमोद गोयल,डॉक्टर राम कुमार गुप्ता,राजेश नामदेव,राजेश सिंघल,वरुण कोशिक,आयुष गर्ग,रोहित कश्यप,शिवम सिंह,जयपाल,विनोद सैनी,आशीष नामदेव आदि मौजूद रहे।
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